Skip to main content

मेरी कविताए


मेरी कविताए

1.मुझे भी मरना है देश के लिए 
 मुझे भी कुछ करना है देश के लिए 
 मुझे भी कुछ कहना है देश के लिए 
 भारत मेरी शान हैं । 

 मुझे इस पर अभिमान हैं ।
 इसका मुझ पर अधिकार है!
 क्योंकि मेरा भारत महान हैं।
 भारत माता की जय #YogeshPareek18. 
-------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
2.                                                                  (कर्म)  

दिया जीवन विधाता ने तु इसको बूझ ना पाया है। य!द रख कर्तव्य सारे अपने तु। तुम्हें अहसान चुकाना है। मान बेठा तु ये केसे यही तेरा ठिकाना है l कई आये कई गये यहाँ कोई टीक ना पाया है। कागज के टुकड़ों मे जीवन हमे न गमाना हे । हमे भेजा बना के दूत हमे सद्भाव बढ़ाना है। कर परोपकार अंत मे यही काम आना है। #YogeshPareek18
-----------------------------------------------------------------------------------------------------------
3.दिया जिसने तुझे जीवन उसे तु तुच्छ समझ बेठा ।

 दो दिन के आशिया को अपना समझ बेठा ।
 भाई को कसाई ओेर बाप को पाप समझ बेठा।
 अरे मुर्ख अब समझ ले तु तेरा है काल आ बेठा। 
#YogeshPareek18 
-----------------------------------------------------------------------------------------------------------4.आज की मेरी रचना
जब उस के सितारे चमन थे तो वो उसके साथ व्यस्त थी 

 ओर मैं उस के लिए । उसका नया सवेरा है मेरा नया अनुभव है । 
मुझे उसका इंतजार है उसे अपने प्यार का।
 हम कैसे ये दुआएं दे कि आपको आपका प्यार मिले क्योंकि हमे आपसे प्यार है
 इंतजार है आपके प्यार की बेवफाई का क्योंकि जिस दिन आपका बेवफा प्यार नहीं उस दिन आपके साथ हम है। 
#Yogeshpareek18 
-------------------------------------------------------------------------------------------------------------5. आज की रचना 
तस्वीरों की दुकानों मे ईश्वर अल्लाह बैठें जैसे मानो भाई भाई।
    क्यो झगड़ रहे हो दुनिया वालो बनकर हिन्दू मुस्लिम सीख ईसाई ।
    लड़ते हो मानो जेसे हो तुम कोई पापी दुष्ट कसाई ।
    धर्म है अपना मानवता पढ़ लो मानवता की पढ़ाई। 
    बुराई है हम सब मै धर्मों मे नहीं है बुराई ।
    सिख लो सब धर्मो वालो नहीं करनी अब हमे ओर लड़ाई।
    क्योंकि परमात्मा ने हमे बना के भेजा है भाई भाई।
      #Yogeshpareek18 
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------
6. मासूमियत देख तेरी चाँद शरमा जाए । 
करे तारीफ क्या तेरी कहीं हम हार ना जाए।
# YOGESHPAREEK18
-----------------------------------------------------------------------------------------------------------------

Comments

Popular posts from this blog

मैंया ए रिद्धि दे सिद्धि दे अष्टनव निधि दे आरती लिरिक्स Mainya E Riddhi De Siddhi De Aarti Lyrics

मैंया ऐ  रिद्धि दे सिद्धि दे  अष्टनव निधि दे  वंश में वृद्धि दे वागवाणि हृदय में ज्ञान दे  चित में ध्यान दे महा वरदान दे राजरानी  अभयवरदान दे शंभुरानी ll  (1) गुण सी रीत दे, चरणों में प्रति दें जग में जीत दे  श्री भवानी  दुख: को दूर करो सुख भरपुर करो  भयचिंता दुर करो राजराणी ।। (2) ज्योति जागती भवानी ब्रह्मा विष्णु कि वरदानी ध्यावे गुण और ज्ञानी मैया सबके कारज सारती   मैया जिन पे हो प्रसन्न उनके काटे भव फंद होवे सकल आनंद बोलो मैया जी की आरती मैया ऐं...... maiya e ridhi de sidhide ashtanav nidhi de vansh mein vrddhi de, vaagavaani, hrday mein gyaan de , chit mein dhyaan de. maha varadaan de raajaraanee abhayavaradaan de shambhuraanee 1 gun see reet de, charanon mein prati den. jag mein jeet de shree bhavaanee .. dukh: ko door karo. sukh bharapur karo . bhayachinta dur karo raajaraanee .. (2) jyoti jaagatee bhavaanee brahma vishnu ki varadaanee dhyaave gun aur gyaanee maiya sabake kaaraj saaratee on maiya jinape ho...

गीता प्रेस दुर्गा सप्तशती पाठ Geeta press Durga Saptsati Path

नवरात्रि स्थापन ओर पाठ विधि  अगर आप नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती का पाठ करने का संकल्प ले रहे तो इन नियमों का पालन जरूर करें, शीघ्र हो जायेगी हर इच्छा पूरी । श्री दुर्गा सप्तशती ग्रंथ, चार वेद की तरह ही अनादि ग्रंथ है । सात सौ श्लोक वाली दुर्गा सप्तशती के 3 भाग में महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती नाम से 3 चरित्र हैं । प्रथम चरित्र में केवल पहला अध्याय, मध्यम चरित्र में दूसरा, तीसरा और चौथा अध्याय और बाकी सभी अध्याय उत्तम चरित्र में रखे गये हैं । अगर नौ दिनों तक श्रद्धा पूर्वक शुद्ध चित्त होकर दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से भीषण से भीषण संकट भी दूर हो जाते हैं । दुर्गा सप्तशती पाठ करने से पहले इन नियमों का पालन करने का मन बना ले, इस विधि से पाठ करेंगे तो शीघ्र ही पूर्ण शुभफल मिल जायेगा । 1- सबसे पहले, गणेश पूजन, कलश पूजन,,नवग्रह पूजन और ज्योति पूजन करें । श्रीदुर्गा सप्तशती की पुस्तक शुद्ध आसन पर लाल कपड़ा बिछाकर रखें । 2- माथे पर भस्म, चंदन या रोली लगाकर पूर्वाभिमुख होकर तत्व शुद्धि के लिये 4 बार आचमन करें । श्री दुर्गा सप्तशति के पाठ में कवच, अर्गला और कीलक के पाठ से पहले शापोद्धा...

कामाख्या शक्तिपीठ पूजन परिक्रमा और इतिहास

                आप यहां से इस पुस्तक को डाउनलोड कर सकते हैं Full Pdf